कानेपाेखरीमे पनि मनाईलकै ३०औ विश्व आदीवासी जनजाती दिवस ।जल, जँगल, जमिन आदीवासी जनजाती सवके सिएै

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विद्यानन्द चाैधरी / कानेपाेखरी  प्रकाशित सोमबार, साउन २८, २०८१

कानेपाेखरी / माेरङ्गके कानेपाेखरी गाउँपालिकामे पनि  ३०औ विश्व आदीवासी जनजाती दिवस तथा आदीवासी जनजातीकाे वर्तमान परिस्थितबारे १ दिने अन्तरकृया कार्यक्रम साउन २५गते आदीवासी जनजाती महास‌घ कानेपाेखरीके  सभाहले सम्पन्न भेलै ।

उक्त कार्यक्रमे आदीवासी जनजाती महास‌घ कानेपाेखरीके  सभापती खुल्लु राजव‌शीके अध्यक्षतामे सुरु भेल छेलै कार्यक्रममे पालिका अध्यक्ष स्थानिय सरकार प्रमुख राजमति इङ्गनामके  प्रमुख आतिथियता रहलछैले   माझी  थारु, धिमाल, राई ,तामाङ्ग, नेवार, स‌थाल ,उराउ, राजब‌सी, भुजेल ,लगायतके  सभापतीसमके आतिथियता  रहल छेलै  ।३० औँ विश्व आदिवासी दिवसके अवसरमे आदिवासीसवके  विभिन्न संघसंगठनके  नेतृत्वमे आफ्न कला प्रदर्शन कैरके  सम्पन्न करलकै
“पहिचान र अधिकार सुनिश्चितताकेलेल  आदिवासी जनजाती एक हौँम, परम्परागत ज्ञान र सीपको प्रवद्र्धन कैरके पुख्र्यौली भूमी, भाषा या संस्कृतिके संरक्षण करौँ”३० औँ विश्व आदिवासी दिवसबाटे संविधानसे देल संरक्षित राज्यसे नैदेल कारण राज्यके घचघच्याईले  केन्द्रित करै परताै

। संविधानसे देल अधिकार कार्यान्वयन करैकेलेल केन्द्रित रहदै संविधान प्रदत्त अधिकार आदिवासीसमके विशेष क्षेत्र, संरक्षित क्षेत्र र स्वायत्त क्षेत्र कार्यान्वयन करेकेलेल, प्रदेश र स्थानीय तहके सरकारी कामकाजके भाषामे आदिवासी जनजातिके भाषा लागू करेले परताै आदिवासी दिवसके मुल शन्देस रहल  छेलै  ।

प्रकास धिमलले ३० औँ विश्व आदिवासी दिवसके अवसरमे शुभकामना देनै छैलै । आदिवासीसमके कला, संस्कृतिसम प्रमुख र महत्वके साथ सरकार संरक्षण के लेल नीति बनाईले आवसयक छै

आदिवासी जनजाती महासंघ माेरङ्ग तथा पुर्व सभापती भाेज विर माझीआदिवासी जनजातीके ५भागमा विभाजन  करनेछै    उन्नत जाती सिमान्तकृत अती सिमान्तकृत  लाेपनमुख  जाती कैह कै विभाजन करने छै । संस्कृतिके सम्मा करौँ कैहके शुभकामना ब्यक्त करलकै   ।

कार्यक्रमके प्रमुख अतिथी कानेपाेखरी गाउँपालिका अध्यक्ष राजमती इङ्गनाम आदीवासीके कार्यक्रममे आदीवासीकाे मुद्धासब अगाडी वढाईवित असल हेताै कहलकै राजनिति बहस नैकर जातिय कार्यक्रममे जातीके बातसव करवित असल हेताै कैहके समेत सुझाव देलकै ।

कानेपाेखरीमे ५२% सव जातजातीके  महाराज थान बनलछै  शिक्षा स्वास्थ्य या कृषीमे पालिका वढि जाेड देनै छै ।।थारु, राजब‌सी, तामाङ्गजातीके  नृत्यसे  कार्यक्रम बहुत बनिया भेल छैलै ।

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